राजस्थान समेत पूरे देश में अब गांव-गांव में सूरज की रोशनी से बिजली बनाने का नया दौर शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना’ के तहत अब हर किसान, हर महिला और हर ग्रामीण अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवाकर मुफ्त में बिजली पैदा कर सकता है।
सरकार इसके लिए 70% से 75% तक की भारी सब्सिडी दे रही है। यह योजना खासकर उन लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है जो हर महीने हजारों रुपये बिजली बिल में फूंक देते हैं। अब उनकी यह टेंशन खत्म होने वाली है क्योंकि इस योजना के तहत लगने वाले सोलर पैनल से उन्हें मुफ्त में बिजली मिलेगी और उनका बिजली बिल शून्य या नाममात्र का आएगा।
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत आपकी छत पर सोलर पैनल मुफ्त में लगाए जाते हैं। दिन में सोलर से बनी बिजली का उपयोग करने के बाद अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेजा जा सकता है जिसके बदले में आपको पैसे भी मिलेंगे। रात के समय ग्रिड से बिजली ले सकते हैं। इस तरह पूरे दिन बिजली की कोई कमी नहीं होगी। सरकार 3KW से 10KW तक के सोलर प्लांट पर सब्सिडी दे रही है। सामान्य किसानों को 70% और महिलाओं तथा SC/ST वर्ग के लोगों को 75% तक का अनुदान मिल रहा है।
बिजली बिल की टेंशन खत्म हो जाएगी
इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब बिजली बिल की टेंशन खत्म हो जाएगी। ना तो बिजली कटौती की समस्या रहेगी और ना ही लाइनमैन को रिश्वत देने की जरूरत पड़ेगी। दिन में सूरज की रोशनी से बनी बिजली का उपयोग कर सकते हैं और रात में ग्रिड से बिजली ले सकते हैं। अगर अतिरिक्त बिजली बनती है तो उसे सरकार खरीदेगी जिससे आपको अतिरिक्त आमदनी भी होगी। एक बार सोलर पैनल लगवाने के बाद आपको 25 साल तक मुफ्त बिजली मिलेगी।
सब्सिडी का विवरण
सब्सिडी का विवरण देखें तो 3KW तक के सोलर प्लांट पर सामान्य लोगों को 70% और SC/ST/महिलाओं को 75% सब्सिडी मिलती है। 3KW से 10KW तक के प्लांट पर सामान्य लोगों को 40% और SC/ST/महिलाओं को 45% सब्सिडी मिलेगी। उदाहरण के तौर पर अगर 3KW का प्लांट 1,50,000 रुपये में लगता है तो सामान्य व्यक्ति को सिर्फ 45,000 रुपये देने होंगे जबकि SC/ST/महिलाओं को केवल 37,500 रुपये ही खर्च करने होंगे।
इस योजना का लाभ लेने के लिए भारत का कोई भी नागरिक आवेदन कर सकता है। आवेदक के पास अपनी खाली छत होनी चाहिए जहां सोलर पैनल लगाए जा सकें। लगभग 100-200 स्क्वायर फीट जगह की आवश्यकता होती है। आवेदक के पास बिजली कनेक्शन और मीटर होना चाहिए। आधार कार्ड और बैंक खाता भी लिंक होना चाहिए।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल है। सबसे पहले pmsuryaghar.gov.in वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होता है। मोबाइल नंबर और आधार कार्ड से रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। उसके बाद आधार कार्ड, बिजली बिल, जमीन के कागजात और बैंक पासबुक की कॉपी अपलोड करनी होती है। आवेदन के बाद विद्युत विभाग का इंजीनियर साइट इंस्पेक्शन के लिए आता है और 3-4 दिन में रिपोर्ट तैयार हो जाती है। अनुमति मिलने के बाद 15 दिन के अंदर सोलर पैनल लग जाते हैं और अगले महीने से बिजली बिल में भारी कमी आ जाती है।
राजस्थान में यह योजना खासी लोकप्रिय हो रही है। श्रीगंगानगर के दुर्गा एजेंसी के मालिक विजय सारस्वत के अनुसार गांव-गांव में लोगों को इस योजना के बारे में समझाया जा रहा है। किसान इस योजना से विशेष रूप से खुश हैं क्योंकि उन्हें सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली मिलेगी। महिलाओं के लिए भी यह योजना वरदान साबित हो रही है क्योंकि अब वे चूल्हे की जगह इंडक्शन चला पाएंगी। हर महीने 50-100 आवेदन आ रहे हैं जो योजना की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।
इस योजना का लाभ लेते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। सिर्फ सरकार द्वारा अप्रूव्ड वेंडर से ही सोलर प्लांट लगवाना चाहिए। ऑनलाइन ही आवेदन करें और दलालों से बचें। शुरुआत में 3KW का प्लांट लगवाएं, बाद में इसे बढ़ाया जा सकता है। सोलर पैनल की नियमित सफाई रखें क्योंकि धूल जमने से 20% तक बिजली उत्पादन कम हो सकता है।
हर घर सूर्य, हर घर उजाला’ के सपने को साकार
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना वास्तव में ‘हर घर सूर्य, हर घर उजाला’ के सपने को साकार कर रही है। राजस्थान जैसे राज्य जहां सालभर प्रचुर मात्रा में धूप मिलती है, वहां तो यह योजना वरदान से कम नहीं है। अगर आप भी महंगे बिजली बिल से परेशान हैं तो आज ही pmsuryaghar.gov.in वेबसाइट पर जाकर अपना आवेदन कर दें और अगले महीने से बिजली बिल की चिंता से मुक्त हो जाएं।