सरकार ने सोलर रूफटॉप सब्सिडी योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी है। अगर आप अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवाना चाहते हैं तो अब आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। इस योजना के तहत आपको सोलर पैनल लगाने पर 40% तक की सब्सिडी मिलेगी जिससे आपका खर्च काफी कम हो जाएगा।
आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको अपने राज्य के बिजली वितरण कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वहां आपको सोलर रूफटॉप योजना से संबंधित एक विशेष फॉर्म मिलेगा जिसे आपको ध्यान से भरना होगा। फॉर्म में आपको अपने बिजली बिल का विवरण, आधार कार्ड नंबर और बैंक खाते की जानकारी देनी होगी।
इस योजना के लिए जरूरी दस्तावेजों में आपका आधार कार्ड, बिजली बिल की कॉपी, घर के मालिकाना हक का प्रमाण और बैंक खाते की जानकारी शामिल है। अगर आप किराए के घर में रहते हैं तो मकान मालिक से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना होगा। सभी दस्तावेजों को स्कैन करके ऑनलाइन अपलोड करना होगा।
फॉर्म जमा करने के बाद एक तकनीकी अधिकारी आपके घर आकर साइट का निरीक्षण करेगा। वह यह जांचेगा कि आपकी छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए पर्याप्त जगह है या नहीं। निरीक्षण के बाद आपको एक अनुमति पत्र मिलेगा जिसके बाद आप किसी मान्यता प्राप्त विक्रेता से सोलर पैनल खरीद सकते हैं।
सिस्टम लगाने के बाद आपको फिर से बिजली कंपनी को सूचित करना होगा। कंपनी का एक अधिकारी आकर पूरे सिस्टम की जांच करेगा और मीटर लगाएगा। इसके बाद आपके खाते में सब्सिडी की राशि 30 दिनों के अंदर ट्रांसफर कर दी जाएगी। यह राशि सीधे आपके बैंक खाते में आ जाएगी।
इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप न केवल अपनी बिजली की खपत को पूरा कर पाएंगे बल्कि अतिरिक्त बिजली ग्रिड को बेचकर पैसे भी कमा सकते हैं। सोलर पैनल लगाने के बाद आपके बिजली बिल में काफी कमी आएगी और आप लंबे समय तक बिजली खर्च से मुक्त रहेंगे।
योजना के तहत आप 1 किलोवाट से लेकर 10 किलोवाट तक के सोलर पैनल लगवा सकते हैं। छोटे सिस्टम के लिए सब्सिडी की दर ज्यादा है जबकि बड़े सिस्टम पर सब्सिडी की दर कम हो जाती है। सिस्टम लगाने के बाद आपको 5 साल की वारंटी और 25 साल तक का परफॉरमेंस गारंटी मिलती है।
अगर आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो जल्द से जल्द आवेदन कर दें क्योंकि सब्सिडी सीमित मात्रा में उपलब्ध है। आवेदन करने में कोई खर्च नहीं है और पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से ऑनलाइन होती है। सोलर पैनल लगवाकर न केवल आप पैसे बचाएंगे बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देंगे।