अहमदाबाद के नजदीक हुए दुखद विमान हादसे के बाद भारतीय विमानन नियामक प्राधिकरण (DGCA) ने नई सुरक्षा गाइडलाइन्स जारी की हैं। इस हादसे में 270 से अधिक यात्रियों की मौत के बाद DGCA ने सख्त कदम उठाते हुए हवाई यात्रा के लिए 5 नए नियम लागू किए हैं। ये नियम न सिर्फ यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे, बल्कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने में भी मदद करेंगे।
1. बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की अनिवार्य जांच
DGCA ने निर्देश दिया है कि अब हर उड़ान से पहले बोइंग 787 विमानों की पूरी तरह से जांच की जाएगी। इसमें फ्यूल सिस्टम, इंजन कंट्रोल और टेकऑफ प्रक्रिया की विस्तृत समीक्षा शामिल है। विमान कंपनियों को इन जांचों की रिपोर्ट DGCA को सौंपनी होगी।
2. ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) की सख्त निगरानी
इस हादसे के बाद ब्लैक बॉक्स की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है। DGCA ने निर्देश दिया है कि अब हर विमान का ब्लैक बॉक्स रीयल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम से जुड़ा होना चाहिए, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत डेटा एक्सेस किया जा सके।
3. यात्रियों के लिए सख्त बैगेज नियम
अब यात्रियों को कुछ खास गैजेट्स और आइटम्स ले जाने की अनुमति नहीं होगी। DGCA ने नई गाइडलाइन्स में स्पष्ट किया है कि:
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पावर बैंक और लिथियम-आयन बैटरी वाले डिवाइस हैंड बैग में नहीं रखे जा सकते।
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तेज धार वाली वस्तुएं (कैंची, चाकू, ब्लेड) सख्त पाबंदी के दायरे में आएंगी।
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अत्यधिक फ्लैमेबल लिक्विड (पेरफ्यूम, डिओड्रेंट, नेल पॉलिश रिमूवर) की मात्रा सीमित कर दी गई है।
4. इमरजेंसी लैंडिंग और इवैक्यूएशन ड्रिल अनिवार्य
अब सभी एयरलाइंस को यात्रियों को प्री-फ्लाइट सेफ्टी ब्रीफिंग के साथ-साथ इमरजेंसी लैंडिंग और इवैक्यूएशन प्रक्रिया की प्रैक्टिस करानी होगी। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि यात्री किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सही प्रतिक्रिया दे सकें।
5. कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन
इस हादसे की जांच के लिए DGCA ने एक विशेष कोर्ट ऑफ इंक्वायरी बनाई है, जो पूरे मामले की गहन छानबीन करेगी। इस टीम में विमानन विशेषज्ञ, तकनीकी इंजीनियर और सरकारी अधिकारी शामिल होंगे, जो हादसे के कारणों का पता लगाएंगे।
हादसे के बाद की स्थिति: 270 शव बरामद, 7 की हुई पहचान
अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में 265 से अधिक शवों का पोस्टमॉर्टम किया जा चुका है, लेकिन अब तक केवल 7 लोगों की पहचान हो पाई है। ट्रॉमा सेंटर और मॉर्ग के बाहर परिजनों की लंबी कतारें लगी हैं, जो अपनों को ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं।
हादसे में बचे इकलौते यात्री से मिले PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे में जीवित बचे इकलौते यात्री रमेश से मुलाकात की और करीब 10 मिनट तक बातचीत की। रमेश ने बताया कि “विमान का दरवाजा अचानक टूट गया और मैं अपनी सीट के साथ नीचे गिर गया।” उनकी कहानी ने सभी को झकझोर दिया है।
निष्कर्ष: क्या सबक मिला इस हादसे से?
अहमदाबाद विमान हादसा ने एक बार फिर हवाई सुरक्षा नियमों को सख्त करने की जरूरत को उजागर किया है। DGCA की नई गाइडलाइन्स अगर सही तरीके से लागू होती हैं, तो भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सकता है। यात्रियों को भी अपनी सुरक्षा के लिए नियमों का पालन करना चाहिए और प्रतिबंधित सामान नहीं ले जाना चाहि